योगेन्द्र सिंह
शाहजहांपुर जेल में निरीक्षण पर आए माननीया जनपद न्यायाधीश बबीता रानी जिला मजिस्ट्रेट धर्मेन्द्र प्रताप सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपर जिला जज अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-1, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिला कृषि अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों के द्वारा गरीब एवं बुजुर्ग बंदियों को कड़ाके की सर्दी को देखते हुए कंबल जैकेट स्लीपर महिला बंदियों को गरम सूट स्लीपर एवं उनके साथ रह रहे बच्चों को गरम सूट एवं गिफ्ट पैकेट भेंट किए गए।
संयुक्त त्रैमासिक निरीक्षण पर उक्त अधिकारी जेल मैनुअल में स्थापित व्यवस्था के तहत बोर्ड आफ विजिटर्स की हैसियत से कारागार के निरीक्षण पर पहुंचे सभी अधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से कारागार का निरीक्षण किया सभी बंदियों से मिले, उनसे उनकी समस्याओं आज के बारे में पूछताछ किया सभी बंदियों से उनके केस की पर भी हेतु अधिवक्ता की उपलब्धता तथा अन्य समस्याओं के बारे में पूछताछ की उनके द्वारा यह भी पूछा गया की कारागार में उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है सभी बंदियों ने कारागार में दी जा रही सुविधाओं और व्यवस्थाओं की प्रशंसा की और कारागार में अधिकारियों और कर्मचारी विशेष रूप से जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के व्यवहार और उनके द्वारा विशेष ध्यान दिए जाने की प्रशंसा की कारागार में स्थापित व्यवस्थाओं साफ सफाई एवं हरियाली आज देखकर सभी अधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की जय चिकित्सालय में निरीक्षण के दौरान वह सभी बीमार बंदियों से मिले और उन्हें दी जाने वाले इलाज के बारे में जानकारी की ।इस अवसर पर डॉक्टर एवं फार्मासिस्ट मौजूद थे । इस अवसर पर गाजियाबाद से पधारे समाजसेवी राजा सैफी के द्वारा कारागार में निरोध गरीब एवं बुजुर्ग बंदियों हेतु भेंट किए गए कम्बल ,जैकेट, स्लीपर, महिला बंदियों के लिए रेडीमेड गरम सूट, स्लीपर तथा बच्चों को गर्म सूट व गिफ्ट पैकेट भेंट किए गए। सभी अधिकारियों के द्वारा गरीब व बुजुर्ग व जरूरतमंद बंदियों को इतना सारा सामान भेंट किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। जनपद न्यायाधीश के द्वारा इच्छा प्रकट की गई कि इस प्रकार की सामग्री कड़ाके की सर्दी को देखते हुए बाल गृह में जहां अनाथ बच्चे रहते हैं उन्हें भी मिलनी चाहिए, इसके अनुपालन में जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के द्वारा समाज सेवी राजा सैफी से बाल ग्रह में रह रहे अनाथ बच्चों की भी मदद करने का अनुरोध किया जिसे राजा सैफी के द्वारा तत्काल स्वीकार कर लिया गया और एक दो दिन में ही उन्हें भी आवश्यकतानुसार कपड़े उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
